गोरखपुर: बेलघाट में पत्नी की हत्या का सनसनीखेज खुलासा: शक, साजिश और शव दफनाने की खौफनाक कहानी
बेलघाट हत्याकांड: शक के चलते पति बना कातिल, सबूत मिटाने के लिए शव को गड्ढे में दफनाया

गोरखपुर: बेलघाट थाना क्षेत्र के एक गांव से सामने आया यह हत्याकांड न केवल कानून व्यवस्था बल्कि मानवीय संवेदनाओं को भी झकझोर देने वाला है। पुलिस जांच में जो तथ्य उजागर हुए हैं, वे बेहद भयावह हैं। पति-पत्नी के रिश्ते को कलंकित करने वाली इस वारदात में एक युवक ने अवैध संबंधों के शक में अपनी पत्नी की बेरहमी से हत्या कर दी और फिर लंबे समय तक इस अपराध को छिपाने की कोशिश करता रहा।
शक ने लिया खूनी रूप, रात में दिया वारदात को अंजाम
पुलिस के अनुसार, आरोपी युवक को लंबे समय से अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह था। उसे शक था कि उसकी पत्नी किसी अज्ञात व्यक्ति से मोबाइल पर लगातार बातचीत करती है और घर-परिवार की अनदेखी कर रही है। इसी बात को लेकर घर में आए दिन विवाद होता रहता था। 21 दिसंबर की रात भी मोबाइल पर बातचीत को लेकर दोनों के बीच तीखी बहस हुई। बाद में मामला शांत हो गया और महिला सोने चली गई। आरोप है कि इसी दौरान युवक ने रस्सी से गला कसकर उसकी हत्या कर दी।
सबूत मिटाने के लिए घर के पीछे दफनाया शव
हत्या के बाद आरोपी ने अपराध छिपाने की साजिश रची। उसने घर के पीछे एक गड्ढा खोदकर शव को दफना दिया। हालांकि गड्ढा कम गहरा होने के कारण कुछ समय बाद वहां से दुर्गंध आने लगी। इससे घबराकर आरोपी ने पास ही दूसरा, ज्यादा गहरा गड्ढा खोदा और शव को वहां दोबारा दबा दिया। बदबू रोकने के लिए उसने करीब चार किलो नमक भी डाला, ताकि किसी को शक न हो और मामला दबा रहे।
मां की कॉल से खुला राज, पिता तक पहुंची सच्चाई
जानकारी के मुताबिक, आरोपी का पिता उरुवा बाजार में मजदूरी करता है। हत्या के चार दिन बाद आरोपी की मां ने मोबाइल फोन के जरिए पति को इस घटना की जानकारी दी। इसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा और जांच शुरू हुई। मृत महिला की शादी दो साल पहले गोला थाना क्षेत्र के एक गांव में हुई थी। उसके माता-पिता का पहले ही निधन हो चुका था और वह अपने 10 वर्षीय भाई व 8 वर्षीय बहन की जिम्मेदारी अकेले निभा रही थी। वह अपने मायके में दोनों बच्चों का एकमात्र सहारा थी।
पुलिस को गुमराह करने की साजिश, बनाई झूठी कहानी
पुलिस से बचने के लिए आरोपी ने एक झूठी कहानी गढ़ी। उसने दावा किया कि उसकी पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली और वह शव को नदी में बहा आया। इस बयान के बाद थाना प्रभारी विकासनाथ, एसआई आशीष कुमार त्रिपाठी और पुलिस टीम ने नदी किनारे लगभग पांच किलोमीटर तक दियारा क्षेत्र में सघन तलाशी अभियान चलाया, लेकिन शव का कोई सुराग नहीं मिला।
कड़ी पूछताछ में टूटा आरोपी, कबूला जुर्म
जब काफी खोजबीन के बावजूद शव नहीं मिला तो पुलिस को आरोपी की कहानी पर शक हुआ। पूछताछ में यह सवाल उठा कि आरोपी अकेले पैदल इतनी दूर शव कैसे ले जा सकता है। कड़ी पूछताछ और तकनीकी जांच के दबाव में आरोपी टूट गया और उसने स्वीकार किया कि उसने शव को घर के पीछे गड्ढा खोदकर दफनाया है। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव बरामद किया और पूरे मामले का खुलासा हुआ।
