डॉ. अदील की चूक से खुला डॉक्टरों का आतंकी नेटवर्क, सहारनपुर में बना रहा था मिनी कमांड सेंटर

निकाह की छुट्टी में पोस्टर लगाने की चूक ने खोला आतंक का जाल, एके-47 और विस्फोटक बरामद

डॉ. अदील की चूक से खुला डॉक्टरों का आतंकी नेटवर्क, सहारनपुर में बना रहा था मिनी कमांड सेंटर
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नई दिल्ली / मेरठ। देश में कहर बरपाने की साजिश रचने वाले डॉक्टरों के फूलप्रूफ आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश हो गया है। इस नेटवर्क का सूत्रधार बताया जा रहा डॉ. अदील अहमद, सहारनपुर के एक फेमस अस्पताल में मेडिसिन विशेषज्ञ के रूप में काम करता था। दो अक्तूबर को अपने निकाह की छुट्टी के दौरान वह जम्मू-कश्मीर गया, जहां एक गलती ने पूरी साजिश का भंडाफोड़ कर दिया।


दरअसल, अनंतनाग में जैश-ए-मोहम्मद के समर्थन में लगाए गए पोस्टरों ने एजेंसियों को सतर्क कर दिया। इन पोस्टरों को लगाते हुए डॉ. अदील मौलाना इरफान के साथ सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। फुटेज के आधार पर श्रीनगर पुलिस ने पहले मौलाना को पकड़ा, फिर पूछताछ के बाद डॉ. अदील तक पहुंच गई। इसी कड़ी से खुफिया एजेंसियों को पूरे नेटवर्क की जानकारी मिली।


निकाह की छुट्टी और पोस्टर की चूक

डॉ. अदील दो अक्तूबर को निकाह के लिए एक माह की छुट्टी लेकर कश्मीर गया था। वहां उसने अपने साथियों से मुलाकात की और 19 अक्तूबर को मौलाना इरफान के साथ जैश समर्थक पोस्टर लगाए। कुछ ही घंटों में सीसीटीवी फुटेज से उनकी पहचान हो गई, जिसके बाद कार्रवाई तेज हो गई।


एके-47 से खुला आतंक का राज

मौलाना इरफान की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने सहारनपुर में दबिश देकर डॉ. अदील को हिरासत में लिया। उसके लॉकर से एके-47 राइफल बरामद हुई। पूछताछ में पता चला कि नेटवर्क के सदस्य अमोनियम नाइट्रेट सहित कई विस्फोटक पदार्थ मिलाकर दिल्ली-एनसीआर में धमाके की साजिश रच रहे थे।


आतंक की पाठशाला के पीछे का सच

जांच में सामने आया कि यह नेटवर्क मेडिकल और प्रोफेशनल कोर्स के गरीब छात्रों को निशाना बना रहा था। मदद के नाम पर उन्हें संगठन से जोड़ा जा रहा था। एजेंसियों ने अब तक 2900 किलोग्राम से ज्यादा विस्फोटक सामग्री जब्त की है। यह स्लीपर मॉड्यूल लंबे समय से सक्रिय था और सुरक्षा एजेंसियों की निगाह से बचता रहा।


स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड में नहीं नाम

सहारनपुर के स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया कि डॉ. अदील का कोई सरकारी पंजीकरण या कार्य अनुमति रिकॉर्ड विभाग के पास नहीं है। अस्पताल प्रशासन ने भी विभाग को उसकी नियुक्ति की जानकारी नहीं दी थी। इस खुलासे से जांच एजेंसियां और स्वास्थ्य अधिकारी दोनों हैरान हैं।


सहारनपुर में बना रहा था मिनी कमांड सेंटर

खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, डॉ. अदील सहारनपुर में एक मिनी रिक्रूट और कमांड सेंटर तैयार कर रहा था। दिल्ली में हमले के बाद संगठन के सदस्यों को छिपने और पुनः सक्रिय होने की जगह यहीं दी जानी थी। एजेंसियां अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य डॉक्टरों और सहयोगियों की तलाश कर रही हैं।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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