गोवा नाइटक्लब हादसे में 25 की मौत, जांच में मिली सुरक्षा नियमों की अनदेखी
सिलेंडर विस्फोट से लगी आग, कई कर्मचारी और पर्यटक मारे गए

गोवा नाइटक्लब हादसा और शुरुआती जांच
गोवा के अर्पोरा इलाके में शनिवार की रात हुए नाइटक्लब हादसे ने पूरे राज्य को झकझोर दिया। देर रात लगी आग में कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हुए। शुरुआती जांच से संकेत मिले हैं कि क्लब में आग सुरक्षा से जुड़े नियमों का पालन ठीक तरह से नहीं किया जा रहा था।
सिलेंडर विस्फोट से लगी भीषण आग
पुलिस के अनुसार आग बिर्क बाय रोमियो लेन नाम के नाइटक्लब के किचन में सिलेंडर विस्फोट के बाद लगी। आग इतनी तेजी से फैली कि अंदर मौजूद लोगों को बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला। डीजीपी आलोक कुमार ने बताया कि मृतकों में 14 क्लब कर्मचारी, 4 पर्यटक और 7 अज्ञात लोग शामिल हैं। छह घायलों का अस्पताल में इलाज जारी है।
मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया और शुरुआती निष्कर्ष
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बताया कि मृतकों में ज्यादातर रसोई और स्टाफ सदस्य थे। उन्होंने कहा कि कई लोगों की मौत धुएं से दम घुटने के कारण हुई। सीएम ने यह भी स्वीकार किया कि सुरक्षा नियमों की अनदेखी इस हादसे की एक अहम वजह हो सकती है। उनके शब्दों में देखें तो यह घटना उन लापरवाहियों का परिणाम दिखाई देती है जिनके कारण 25 जानें चली गईं।
प्रधानमंत्री ने जताई संवेदना, राहत की घोषणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हादसे पर दुख जताया। उन्होंने एक्स पर लिखा कि यह त्रासदी बेहद पीड़ादायक है। पीएमओ ने घोषणा की कि मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे।
प्रत्यक्षदर्शियों के बयान
हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों के बयान हादसे की भयावहता को साफ दिखाते हैं। क्लब के सिक्योरिटी गार्ड संजय कुमार गुप्ता ने बताया कि रात करीब 11 से 12 बजे के बीच अचानक तेज धमाका हुआ। उस समय क्लब में डीजे और डांसर परफॉर्म करने वाले थे और भीड़ ज्यादा थी। एक स्थानीय व्यक्ति ने भी बताया कि उसने तेज विस्फोट की आवाज सुनी और कुछ ही मिनट बाद एंबुलेंस पहुंचती दिखी।
घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारी
घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और स्थानीय विधायक माइकल लोबो मौके पर पहुँचे। अधिकारी आग पर काबू पाने में पूरी रात जुटे रहे। पुलिस का कहना है कि क्लब पिछले साल ही खोला गया था और राजधानी पणजी से लगभग 25 किलोमीटर दूर स्थित है।
सरकारी जांच और संभावित कार्रवाई
सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं। सीएम सावंत ने कहा कि जिन लोगों ने सुरक्षा नियमों की अनदेखी की या अवैध रूप से संचालन किया, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि आग के सही कारण की वैज्ञानिक जांच कराई जाएगी।
सुरक्षा मानकों पर उठे सवाल
घटना ने एक बार फिर गोवा जैसे पर्यटन राज्य में सुरक्षा तैयारियों पर सवाल खड़ा कर दिया है। पुलिस और अग्निशमन विभाग इस बात की जांच कर रहे हैं कि विस्फोट और आग इतनी तेजी से कैसे फैली और क्या क्लब पूरी तरह लाइसेंस और सुरक्षा मानकों के अनुसार चल रहा था।
राहत कार्य जारी
राज्य प्रशासन ने आगे कहा है कि राहत कार्य जारी है और पहचान न होने वाले मृतकों की पहचान जल्द करने की कोशिश की जा रही है। हादसे के बाद नाइट क्लबों और पब्लिक एंटरटेनमेंट स्थलों की सुरक्षा जांच को लेकर भी चर्चा तेज हो गई है।

