झारखंड में बढ़ी ठिठुरन: उत्तर-पश्चिमी बर्फीली हवाओं से 16 जिलों में 5 दिन तक कड़ाके की ठंड, 15 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी
उत्तर भारत से आ रही ठंडी हवाओं ने झारखंड में बदला मौसम का मिजाज, रात और सुबह के तापमान में तेज गिरावट

झारखंड में सोमवार, 22 दिसंबर से मौसम ने अचानक करवट ले ली है। उत्तर-पश्चिम दिशा से आ रही बर्फीली हवाओं के प्रभाव से राज्य के अधिकांश हिस्सों में तेज ठंड और कनकनी महसूस की जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार, यह ठंडा दौर केवल एक-दो दिन का नहीं बल्कि लंबा चलने वाला है। राज्य के 16 जिलों में अगले पांच दिनों तक कड़ाके की ठंड पड़ने की चेतावनी दी गई है। खासतौर पर सुबह और रात के समय तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा सकती है, जिससे आम जनजीवन पर असर पड़ना तय माना जा रहा है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तर भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और पहाड़ी क्षेत्रों में हुई बर्फबारी का असर अब झारखंड तक पहुंच गया है। इसी कारण ठंडी और शुष्क हवाएं राज्य में प्रवेश कर रही हैं, जिससे न्यूनतम तापमान तेजी से नीचे जा रहा है। राजधानी रांची समेत कई जिलों में सुबह के समय घना कोहरा और ठंडी हवाएं लोगों की परेशानी बढ़ा रही हैं। खुले इलाकों में काम करने वाले मजदूरों, किसानों और स्कूली बच्चों को इस ठंड से सबसे अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए 15 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में शीतलहर जैसी स्थिति बनने की आशंका जताई गई है। विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है, खासकर बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों को ठंड से बचाव के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतने को कहा गया है। साथ ही सुबह और देर रात अनावश्यक बाहर निकलने से बचने, गर्म कपड़ों का उपयोग करने और अलाव या हीटर का सहारा लेने की भी अपील की गई है।
आने वाले दिनों में ठंड का असर और तेज होने की संभावना है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, अगले 48 घंटों में न्यूनतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की और गिरावट हो सकती है। ग्रामीण क्षेत्रों में इसका असर ज्यादा देखने को मिल सकता है, जहां पहले से ही ठंड के कारण जनजीवन धीमा पड़ने लगा है। प्रशासन ने भी जरूरतमंद लोगों के लिए अलाव और ठंड से राहत के इंतजाम तेज करने के संकेत दिए हैं।
