कानपुर: दुष्कर्म पीड़िता का मामला योगी के दरबार तक पहुंचा, सीएम के सख्त निर्देश के बाद जांच की प्रक्रिया दोबारा शुरू
स्थानीय पुलिस से निराश पीड़िता ने मुख्यमंत्री से लगाई गुहार, सीएम ऑफिस ने पुलिस कमिश्नर से मांगा जवाब

कानपुर में एक अनाथ दुष्कर्म पीड़िता ने स्थानीय थाने और पुलिस कमिश्नरेट स्तर पर अपेक्षित राहत न मिलने पर उसने लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपनी पीड़ा साझा की। पीड़िता की शिकायत को मुख्यमंत्री कार्यालय ने गंभीरता से संज्ञान में लिया है और इस संबंध में कानपुर पुलिस कमिश्नर से विवरण मांगा गया है। मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद अब मामले की दोबारा समीक्षा की जा रही है और पुलिस स्तर पर जांच की प्रक्रिया आगे बढ़ाई गई है।
पीड़िता की कहानी बेहद दर्दनाक और झकझोर देने वाली है। माता-पिता के निधन के बाद उसने अपने फुफेरे भाई पर भरोसा किया, लेकिन यही भरोसा उसके लिए सबसे बड़ा धोखा साबित हुआ। आरोप है कि फुफेरे भाई ने सहारा देने के नाम पर पहले उसकी आबरू से खिलवाड़ किया और फिर उसकी पुश्तैनी संपत्ति पर भी कब्जा कर लिया। पीड़िता का कहना है कि उसने कई बार पुलिस से शिकायत की, लेकिन उसकी बातों को गंभीरता से नहीं लिया गया, जिससे वह पूरी तरह टूट गई।
न्याय की आखिरी उम्मीद लेकर पीड़िता लखनऊ पहुंची और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने अपनी पूरी आपबीती रखी। इसके बाद सीएम ऑफिस ने तत्काल सख्त रुख अपनाया और कानपुर पुलिस कमिश्नर से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी। मुख्यमंत्री स्तर से हस्तक्षेप होने के बाद ही पुलिस हरकत में आई और पीड़िता की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया।
इस पूरे मामले पर कानपुर के जॉइंट पुलिस कमिश्नर अशुतोष कुमार ने बताया कि पीड़िता की शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है और उसकी ओर से लगाए गए सभी आरोपों की विस्तृत जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि मामले में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पीड़िता, जो कल्याणपुर क्षेत्र के बारा सिरोही की रहने वाली है और अपने नाबालिग भाई के साथ रहती है। आरोप है कि फुफेरे भाई अनिरुद्ध सिंह उर्फ अतुल ने पीड़िता का पुश्तैनी मकान बिकवाया। करीब 18 लाख रुपये की इस डील में से 10 लाख रुपये उसने अपने खाते में रख लिए और पीड़िता को सिर्फ 8 लाख रुपये दिए। उसने यह भरोसा दिलाया था कि 50 वर्ग गज का नया प्लॉट दिलाएगा और बाकी रकम पीड़िता के भाई के भविष्य के लिए सुरक्षित रखेगा, लेकिन यह वादा भी खोखला साबित हुआ।
