मोहिनी एकादशी पर शुभ मुहूर्त में करें भगवान विष्णु की पूजा, मिलेगी दुर्लभ कृपा और जीवन में आएगा सुख-शांति

मोहिनी एकादशी पर शुभ मुहूर्त में करें भगवान विष्णु की पूजा, मिलेगी दुर्लभ कृपा और जीवन में आएगा सुख-शांति
X

हिंदू पंचांग में एकादशी तिथि का विशेष स्थान है और जब बात मोहिनी एकादशी की आती है, तो उसका महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है। यह व्रत विष्णु जी के उस मोहक स्वरूप की स्मृति में रखा जाता है जब उन्होंने देवताओं की रक्षा हेतु मोहिनी अवतार धारण किया था। मोहिनी एकादशी का व्रत 2025 में आज 8 मई को गुरुवार के दिन रखा जाएगा। इस शुभ अवसर पर यदि पूजा विधिपूर्वक और सही मुहूर्त में की जाए, तो भक्तों को भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है और उनके जीवन में सुख-समृद्धि के साथ-साथ मानसिक शांति भी आती है।

शुभ मुहूर्त में पूजा से होता है अक्षय फल की प्राप्ति

शास्त्रों में उल्लेख है कि यदि कोई भी धार्मिक अनुष्ठान या व्रत सही मुहूर्त में किया जाए, तो उसका फल कई गुना अधिक होता है। मोहिनी एकादशी के दिन पूजा का श्रेष्ठ समय प्रातः 6:00 बजे से 8:00 बजे तक माना गया है। इस समय के दौरान भगवान विष्णु की पूजा, मंत्र जाप, श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ और तुलसी पूजन करना अत्यंत लाभकारी होता है। यह काल ब्रह्ममुहूर्त के पश्चात का होता है, जब सकारात्मक ऊर्जा अपने चरम पर होती है। इस समय पूजा करने से व्रत का फल अक्षय हो जाता है और भगवान श्रीहरि की कृपा सहज रूप से प्राप्त होती है।

मोहिनी एकादशी की पूजा विधि और महत्व

मोहिनी एकादशी के दिन श्रद्धालु प्रातःकाल स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करते हैं और व्रत का संकल्प लेते हैं। इसके बाद भगवान विष्णु की मूर्ति या चित्र के समक्ष दीपक प्रज्वलित कर पीले पुष्प, तुलसी दल, पंचामृत, और भोग अर्पित किया जाता है। इस दिन व्रत कथा सुनना, श्री विष्णु चालीसा पढ़ना और श्री हरि नाम का जाप करना विशेष फलदायी होता है। रात को जागरण कर श्री विष्णु की महिमा का गुणगान किया जाता है। यह व्रत पापों से मुक्ति, मनोकामना पूर्ति और मोक्ष प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करता है।

क्यों है मोहिनी एकादशी विशेष?

मोहिनी एकादशी को विष्णु भक्तों के लिए अत्यंत पावन और लाभदायक तिथि माना गया है। इस व्रत की विशेषता यह है कि यह न केवल सांसारिक बाधाओं को दूर करता है, बल्कि आध्यात्मिक उन्नति का भी मार्ग प्रशस्त करता है। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु की आराधना करने से पिछले जन्मों के दोष भी समाप्त हो जाते हैं और व्यक्ति को ईश्वर का सान्निध्य प्राप्त होता है।

यदि आप अपने जीवन में विष्णु कृपा की छाया पाना चाहते हैं, तो 8 मई 2025 को मोहिनी एकादशी के शुभ मुहूर्त में श्रद्धा और विधि के साथ पूजा करें। यह व्रत न केवल आपके वर्तमान को उज्जवल बनाएगा, बल्कि भविष्य को भी संवार देगा। सही समय पर किया गया पूजन, आस्था और भक्ति से भरपूर व्रत ही सच्चे अर्थों में फलदायी सिद्ध होता है।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

Tags:
Next Story
Share it