GERICON 2025 में प्रो अनूप सिंह को दोहरा सम्मान मिला IMS BHU के लिए बड़ी उपलब्धि
जोधपुर ऑरेशन और यंग स्कॉलर अवार्ड दोनों पाने वाले पहले विशेषज्ञ बने प्रो अनूप सिंह

GERICON 2025 में IMS BHU ने ऐसा मुकाम छू लिया जिसने पूरे संस्थान को गर्व से भर दिया. सम्मेलन AFMC पुणे में हुआ और उसी मंच पर प्रो अनूप सिंह को एक ही वर्ष में दो बड़े सम्मान दिए गए. उन्हें जोधपुर ऑरेशन और यंग स्कॉलर अवार्ड दोनों मिले. दोनों सम्मान एक साथ मिलना बेहद दुर्लभ है और यही वजह है कि यह क्षण संस्थान के इतिहास में दर्ज हो गया है.
समारोह के दौरान यह बात और भी असरदार दिखी कि प्रो सिंह की टीम के युवा डॉक्टर भी पीछे नहीं रहे. डॉ सौरभ पठानिया ने ओरल पेपर प्रेजेंटेशन में तीसरा स्थान पाया. डॉ अंकिता चक्रवर्ती को पोस्टर प्रेजेंटेशन में तीसरा पुरस्कार मिला. प्रतिभागियों का मानना है कि यह उपलब्धियां विभाग की दिशा और प्रशिक्षण पर साफ रोशनी डालती हैं. कई छात्रों ने कहा कि विभाग में रिसर्च के लिए माहौल पहले से ज्यादा सक्रिय और प्रेरक होता जा रहा है.
इस साल IMS BHU के जेरियाट्रिक विभाग के लिए कई बदलाव एक के बाद एक सामने आए हैं. दो सौ बिस्तरों वाला नेशनल सेंटर ऑफ एजिंग निर्माण के चरण में है और काम तेजी से आगे बढ़ रहा है. विशेषज्ञों के अनुसार यह केंद्र आने वाले वर्षों में बुजुर्गों की देखभाल, शोध और नीति निर्माण के लिए देश में एक प्रमुख हब बन सकता है. राष्ट्रीय स्तर पर मिले इन सम्मानों ने इस संभावना को और मजबूती दी है.
प्रो अनूप सिंह ने कहा कि यह उपलब्धियां टीमवर्क और संस्थागत समर्थन के बिना संभव नहीं थीं. उन्होंने BHU को अपना घर बताया और कहा कि इस जगह से उनका भावनात्मक जुड़ाव हमेशा रहा है. उनका यह भी कहना था कि यह सम्मान केवल व्यक्तिगत उपलब्धियाँ नहीं हैं बल्कि विश्वविद्यालय की बढ़ती राष्ट्रीय पहचान का संकेत भी हैं.
आने वाले वर्षों में IMS BHU का जेरियाट्रिक विभाग उन्नत क्लिनिकल सेवाओं के साथ देश में नई दिशा तय करेगा. नेशनल सेंटर ऑफ एजिंग के माध्यम से समुदाय आधारित सेवाओं, प्रशिक्षण और शोध कार्य को नई ऊंचाई मिलने की उम्मीद है. प्रो सिंह ने भरोसा जताया कि टीम इसी ऊर्जा के साथ आगे भी संस्थान का नाम ऊंचा करेगी.
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