रांची: ठंड के साथ बढ़ी दिल और अस्थमा के मरीजों की संख्या, दवा बिक्री में 30% तक उछाल
ठंड और कोहरे से रोगियों को हो रही परेशानी, सर्दी-जुकाम और सांस की बीमारियों के मरीज बढ़े, दवाओं की मांग तेज

रांची। ठंड और कोहरे के बढ़ते प्रभाव से रांची में स्वास्थ्य और परिवहन दोनों पर असर पड़ा है। बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से सोमवार को चार विमान डायवर्ट हुए, जबकि ठंड और शुष्क मौसम के कारण हार्ट और अस्थमा रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई है। दवा दुकानों में हार्ट और अस्थमा से संबंधित दवाओं की बिक्री लगभग 30% बढ़ गई।
भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र का पूर्वानुमान है कि 28 नवंबर तक रांची का अधिकतम तापमान 23-24 डिग्री और न्यूनतम 10-12 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाएगा।
दवा बाजार पर असर:
ठंड के बढ़ते प्रकोप से दवा बाजार में एंटीबायोटिक दवाओं की बिक्री 20% बढ़ी है। हार्ट और अस्थमा रोगियों के लिए दवाओं की मांग 30% तक बढ़ गई। विशेषज्ञों ने बताया कि तापमान गिरने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है और सांस की समस्याओं में इजाफा होता है।
आयुर्वेदिक और इम्यूनिटी बूस्टर दवाएं:
सर्दी से बचाव और रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली आयुर्वेदिक दवाओं की बिक्री में भी तेजी आई है। तुलसी अर्क, अदरक-हनी सिरप, च्यवनप्राश, अश्वगंधा और गिलोय की मांग बढ़ी है।
विशेषज्ञों की सलाह:
सुबह और शाम में बाहर निकलने से बचें।
हार्ट और अस्थमा रोगी नियमित दवाओं का सेवन करें।
अनियंत्रित एंटीबायोटिक का उपयोग न करें, इससे भविष्य में दवा प्रतिरोध बढ़ सकता है।
हल्की सर्दी-जुकाम में भाप और गर्म पानी से राहत लें।
रांची में बढ़ती ठंड ने अस्पतालों और दवा दुकानों का फुटफॉल बढ़ा दिया है। मौसम विशेषज्ञों और डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि सावधानी से कदम उठाना जरूरी है।
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