शनिवार को पीपल के नीचे दीपक जलाएं और पाएं जीवन में मानसिक शांति व स्थिर समृद्धि

भारतीय संस्कृति में वृक्षों का विशेष महत्व है और पीपल का वृक्ष तो देववृक्षों में सर्वोच्च स्थान रखता है। विशेष रूप से शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष की पूजा और उसके नीचे दीपक जलाना न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह एक अत्यंत प्रभावशाली ज्योतिषीय उपाय भी माना जाता है। शास्त्रों और अनुभवी ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, शनिवार को पीपल वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने से शनि, राहु और केतु जैसे क्रूर ग्रहों के दोष शांत होते हैं।
ये ग्रह जब जन्मपत्रिका में अशुभ स्थिति में होते हैं, तो व्यक्ति को मानसिक तनाव, आर्थिक संकट, वैवाहिक समस्याएं और बार-बार विफलता जैसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन शनिवार को इस सरल उपाय को अपनाने से जीवन की अनेक जटिलताएं दूर हो सकती हैं और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
ग्रह दोषों को कम करने का सशक्त उपाय: पीपल पूजा का वैज्ञानिक और आध्यात्मिक पक्ष
पीपल को त्रिदेवों — ब्रह्मा, विष्णु और महेश — का वास स्थान माना गया है। इसमें निरंतर ऑक्सीजन देने की क्षमता होती है और इसे जीवित देवता कहा गया है। जब कोई व्यक्ति शनिवार के दिन संध्या समय पीपल के नीचे दीपक जलाता है, तो वह न केवल प्राकृतिक शक्ति से जुड़ता है, बल्कि शनि देव की कृपा भी प्राप्त करता है।
शनि देव न्यायप्रिय हैं और केवल उन्हीं पर कृपा करते हैं जो तप, सेवा, संयम और सत्य के मार्ग पर चलते हैं। ऐसे में दीपक जलाना एक प्रतीकात्मक कृत्य बन जाता है जो यह दर्शाता है कि व्यक्ति अपने भीतर की नकारात्मकता को जलाकर उजाले की ओर बढ़ना चाहता है। यही भावना शनि और अन्य अशुभ ग्रहों के दुष्प्रभाव को शमन करती है।
पितृ दोष, मानसिक अशांति और आर्थिक बाधाओं का समाधान
इस उपाय का एक और गूढ़ पक्ष है — पितृ कृपा की प्राप्ति। शास्त्रों में कहा गया है कि जिनके जीवन में बार-बार रुकावटें आती हैं, कार्य अटक जाते हैं, या परिवार में अकस्मात् कष्ट आते हैं, उनके ऊपर पितृदोष का प्रभाव हो सकता है। शनिवार को पीपल के नीचे दिया जलाकर 'ॐ नमः शिवाय' या 'ॐ शं शनैश्चराय नमः' मंत्र का जाप करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और घर में सुख-शांति आती है।
इसके साथ ही यह उपाय मानसिक अशांति, चिंता और भय से जूझ रहे लोगों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होता है। दीपक की लौ जब पीपल के पत्तों से टकराकर चारों ओर फैलती है, तो वातावरण में एक दिव्यता उत्पन्न होती है जो मन को तुरंत शांति प्रदान करती है।
दीपक जलाते समय रखें ये बातें ध्यान में
1. पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाते समय सरसों के तेल का प्रयोग करें।
2. दीपक में एक काली रुई की बाती लगाएं और शुद्धता का ध्यान रखें।
3. पूजा करते समय चप्पल या जूते न पहनें, और मन में श्रद्धा रखें।
4. दीपक जलाकर 7 बार वृक्ष की परिक्रमा करें और ग्रह शांति के लिए प्रार्थना करें।
इस प्रकार शनिवार को पीपल के नीचे दीपक जलाना एक साधारण परंतु अत्यंत प्रभावी उपाय है, जो न केवल शनि, राहु, केतु जैसे ग्रहों के दोषों को कम करता है, बल्कि जीवन में नई स्थिरता, समृद्धि और संतुलन भी लेकर आता है।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।