UP IAS tranasfer: यूपी में 46 IAS अफसरों के तबादले, प्रखर सिंह बने वाराणसी के नए CDO
उत्तर प्रदेश में 46 IAS अधिकारियों के तबादले, 10 जिलों के DM बदले गए। प्रखर सिंह बने वाराणसी के नए CDO, संभालेंगे वाराणसी की विकास योजनाओं की बड़ी जिम्मेदारी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार देर रात प्रशासनिक ढांचे में बड़ा बदलाव करते हुए 46 IAS अधिकारियों का तबादला किया। इनमें 10 जिलों के जिलाधिकारी बदले गए हैं, जबकि कई मंडलायुक्तों और सचिव स्तर के अफसरों की जिम्मेदारियां भी बदली गई हैं। इस फेरबदल का असर वाराणसी समेत पूर्वांचल के कई जिलों पर सीधा पड़ेगा।
Varanasi विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग को चित्रकूट का नया जिलाधिकारी बनाया गया है, जबकि वाराणसी के मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) के रूप में प्रखर सिंह की नियुक्ति की गई है। बनारस जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र में यह पद बेहद अहम माना जाता है। उनकी जिम्मेदारी होगी कि चल रहे विकास कार्यों, जैसे काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर, गंगा तट सौंदर्यीकरण और स्मार्ट सिटी परियोजनाओं को गति दी जाए। स्थानीय अधिकारियों का मानना है कि नई नियुक्ति से शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर और पर्यटन विकास कार्यों में नई ऊर्जा आएगी।
सरकार की तबादला सूची में हाथरस, बस्ती, सिद्धार्थनगर, चित्रकूट, ललितपुर, श्रावस्ती, रामपुर, बलरामपुर और कौशांबी जैसे जिलों के डीएम भी बदले गए हैं। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के वीसी अतुल वत्स को हाथरस का जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है। वहीं चित्रकूट के डीएम शिवशरणप्पा जीएन को सिद्धार्थनगर भेजा गया है।
मंडल स्तर पर भी बड़े बदलाव हुए हैं। उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. रूपेश कुमार को सहारनपुर का मंडलायुक्त बनाया गया है, जबकि राजेश कुमार को मिर्जापुर का नया कमिश्नर नियुक्त किया गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि राजेश कुमार की तैनाती से मिर्जापुर मंडल में चल रही विकास परियोजनाओं को नई दिशा मिलेगी।
इस फेरबदल में प्रशासनिक सेवा के कई वरिष्ठ अधिकारियों की भूमिकाएं भी बदली गई हैं। राज्य मानवाधिकार आयोग की सचिव धनलक्ष्मी के. को मत्स्य पालन विभाग का महानिदेशक बनाया गया है। वहीं सार्वजनिक उद्यम विभाग के महानिदेशक संजय कुमार को मानवाधिकार आयोग के सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
इन्वेस्ट यूपी के सीईओ विजय किरन आनंद को उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPSIDA) का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है, जबकि मयूर माहेश्वरी को साइड लाइन किया गया है। राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी को मेरठ का मंडलायुक्त बनाया गया है, और मेरठ के मौजूदा कमिश्नर हृषिकेश भास्कर याशोद को राजस्व विभाग में सचिव, राहत आयुक्त और चकबंदी आयुक्त के रूप में भेजा गया है।
मुख्य सचिवालय से मिली जानकारी के अनुसार यह तबादला सूची प्रशासनिक समीक्षा और कार्यकुशलता के मूल्यांकन पर आधारित है। प्रमुख सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक एम. देवराज ने बताया कि यह बदलाव शासन की नियमित प्रक्रिया का हिस्सा है, जिससे प्रशासनिक कार्यप्रणाली और विकास योजनाओं में बेहतर तालमेल सुनिश्चित हो सके।
23 अक्टूबर को भी दो वरिष्ठ IAS अफसरों का तबादला हुआ था। प्रतीक्षारत अपर मुख्य सचिव अर्चना अग्रवाल को परिवहन विभाग का जिम्मा दिया गया था, जबकि अमित कुमार गुप्ता से यह प्रभार वापस लिया गया। दिलचस्प बात यह है कि अर्चना अग्रवाल करीब 15 साल बाद एक बार फिर इस विभाग में लौटी हैं।
इन हालिया तबादलों से यूपी का प्रशासनिक नक्शा एक बार फिर बदला है। खासतौर पर वाराणसी में प्रखर सिंह की नई भूमिका से विकास कार्यों को लेकर उम्मीदें बढ़ गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में यह बदलाव काफी मायने रखता है, क्योंकि शहर आने वाले महीनों में कई बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए केंद्र में रहने वाला है।

