नए साल पर काशी में होगा लगभग ₹100 करोड़ का जश्न, होटल हाउसफुल
होटल, नाव, पूजन सामग्री और बनारसी साड़ियों से चमकी काशी की अर्थव्यवस्था, श्रद्धालुओं से भरा शहर

दो दिन में 100 करोड़ से ज्यादा कारोबार का अनुमान
वाराणसी होटल एसोसिएशन के अनुसार नए साल के इस दो दिवसीय उत्सव से शहर की अर्थव्यवस्था में 100 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार होने का अनुमान है। यह कमाई सिर्फ होटलों तक सीमित नहीं है, बल्कि पूजा सामग्री, नाव संचालन, ट्रैवल, रेस्टोरेंट और बनारसी रेशमी साड़ियों की बिक्री भी इसमें शामिल है।
कहां से आएंगे ₹100 करोड़
इस अनुमानित कारोबार में सबसे बड़ा योगदान होटल और रेस्टोरेंट सेक्टर का है, जहां न्यू ईयर पार्टी, डिनर पैकेज और स्टे बुकिंग से भारी कमाई हो रही है। इसके अलावा गंगा घाटों पर नाव संचालन, मंदिरों में चढ़ने वाली पूजा सामग्री, फूलों की बिक्री और बनारसी सिल्क साड़ियों व हस्तशिल्प की खरीदारी से बाजारों में जबरदस्त रौनक है। केवल मंदिरों में चढ़ावे और फूलों का कारोबार ही कई करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है।
होटल के दाम आसमान पर
नए साल पर होटल किरायों में तेज उछाल देखने को मिला है। साधारण होटलों में 20 से 30 प्रतिशत तक दाम बढ़े हैं, जबकि कई होम स्टे के किराए दोगुने हो चुके हैं। जो कमरे आम दिनों में 1000 से 1500 रुपये में मिल जाते थे, वे अब 2000 से 2500 रुपये तक पहुंच गए हैं।
लक्जरी होटलों में एक रात का किराया लाख तक
गंगा घाट के पास स्थित हेरिटेज और रिवर व्यू होटलों की सबसे ज्यादा मांग है। ऑनलाइन बुकिंग प्लेटफॉर्म के अनुसार कुछ चुनिंदा होटलों में एक रात का किराया GST के साथ 1 लाख रुपये तक पहुंच गया है। वाराणसी के कुछ इलाकों में स्थित लग्जरी होटलों में भी कमरे 70 से 80 हजार रुपये प्रति रात बुक हो रहे हैं।
धर्मशालाएं बनीं बजट यात्रियों का सहारा
राहत की बात यह है कि शहर की धर्मशालाओं में अब भी सीमित संख्या में कमरे उपलब्ध हैं। यहां बजट यात्रियों को अपेक्षाकृत कम खर्च में ठहरने की सुविधा मिल रही है, जिससे मध्यम और कम आय वर्ग के श्रद्धालुओं को राहत मिली है।
होटल और रेस्टोरेंट्स में जश्न की तैयारी
इवेंट प्लानर्स के मुताबिक 31 दिसंबर की रात को खास बनाने के लिए होटलों और रेस्टोरेंट्स में डीजे नाइट, लाइव म्यूजिक, लोक नृत्य और स्पेशल बुफे की व्यवस्था की गई है। कई जगह स्टे एंड डाइन जैसे कॉम्बो पैकेज भी पेश किए गए हैं। ज्यादातर प्रमुख रेस्टोरेंट्स में डिनर टेबल पहले ही रिजर्व हो चुकी हैं।
छोटे कारोबारियों की भी चांदी
होटल कारोबार के साथ साथ स्ट्रीट फूड वेंडर्स, ई रिक्शा चालक, नाविक और छोटे दुकानदारों की कमाई भी तेजी से बढ़ी है। हर दिन तीन लाख से अधिक पर्यटकों की मौजूदगी ने काशी को चौबीसों घंटे सक्रिय बनाए रखा है।
घाटों और मंदिरों में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
नववर्ष से पहले ही काशी विश्वनाथ धाम और गंगा घाटों पर भीड़ महाकुंभ और देव दीपावली जैसी नजर आने लगी है। आरती आयोजकों के अनुसार नए साल से दो दिन पहले ही श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। प्रयागराज और अयोध्या के लिए ट्रैवल एजेंसियों की गाड़ियां भी तेजी से बुक हो रही हैं।
🚦 ट्रैफिक अलर्ट
मैदागिन से गोदौलिया के बीच 5 जनवरी तक नो एंट्री
मंदिर क्षेत्र के 2 किलोमीटर दायरे में सभी वाहनों की आवाजाही बंद रहेगी।
लहुराबीर, मैदागिन, विशेश्वरगंज और गोल गड्डा तक वाहन प्रतिबंधित रहेंगे।
ब्रॉड वे तिराहा, अग्रवाल तिराहा और सोनारपुरा से गोदौलिया की ओर वाहन नहीं जाएंगे।
यह व्यवस्था 29 दिसंबर से 5 जनवरी तक लागू रहेगी।
आस्था, जश्न और कारोबार का संगम
नए साल पर काशी सिर्फ आध्यात्मिक आस्था का केंद्र नहीं रही, बल्कि जीवंत आर्थिक गतिविधियों का बड़ा उदाहरण बन चुकी है। जश्न, श्रद्धा और कारोबार का यह संगम वाराणसी को एक बार फिर देश के प्रमुख पर्यटन केंद्रों में मजबूती से स्थापित करता नजर आ रहा है।

