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11 साल की बच्ची का बढ़ता जा रहा था पेट, प्रेग्नेंट समझकर डॉक्टर ने किया चेकअप तो सन्न रह गया परिवार

11 साल की बच्ची का बढ़ता जा रहा था पेट, प्रेग्नेंट समझकर डॉक्टर ने किया चेकअप तो सन्न रह गया परिवार

कभी-कभी पेट दर्द हो जाना आम...Editor

कभी-कभी पेट दर्द हो जाना आम बात है। इस कारण लोग कई बार इसे हल्के में ले लेत हैं। इससे भी बड़ी भूल तो तब कर देते हैं जब वे बिना किसी डॉक्टर की सलाह के खुद इसका इलाज करने लगते है। जी हां ऐसे तमाम देशी डॉक्टर आपके घरों में होंगे लेकिन ये कितना घातक सिद्ध हो सकता है, इस एक मामले से स्पष्ट होता है।

जी हां, पेट दर्द का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने डॉक्टर को भी सोचने पर मजबूर कर दिया। यहां तक की डॉक्टर ने तो उसकी बीमारी को कुछ और ही समझ लिया था। इसके बारे में सुन कर आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया में एक स्कूलगर्ल के पेट में दर्द और तकलीफ को डॉक्टर प्रेग्नेंसी समझने बैठे। लेकिन क्वींसलैंड की रहने वाली 11 साल चेरिश रोज लावेले को कुछ ओर ही बीमारी थी। उसका वेट अचानक गिरने लगा और उसके पेट में दर्द रहने के साथ उसका साइज बढ़ने लगा।
मां भी जानकर चौंक पड़ी थी
चेरिश की मां जब उसे हॉस्पिटल लेकर गई तो शुरुआती दौर में डॉक्टर्स को लगा कि लड़की प्रेग्नेंट है, लेकिन चेकअप में दूसरी ही बात सामने निकलकर आई। चेरिश में तेजी से फिजिकल चेंज तो हो ही रहे थे और इसके साथ ही उसकी लुक में भी फर्क आ गया था, लेकिन मां लुईस को लगा कि ईटिंग डिस्ऑर्डर के चलते ये बदलाव आया है।
लुईस ने बताया कि पिछले दो महीने से मैं उसे बदलाव देख रही थी। वो सामान्य तौर पर जैसी खुश रहती थी न वैसी खुशी थी और न ही गाना गाती थी। पर एक दिन अचानक चेरिश के पेट में भयानक दर्द शुरू हो गया। तब लुईस उसे लेकर इलाज के लिए हर्वे बे हॉस्पिटल पहुंची।
डॉक्टर को उसका हाल और पेट का बढ़ता साइज देखकर लगा कि वो प्रेग्नेंट हैं। हालांकि, पेट में दर्द और बिगड़ते शरीर के पीछे वजह कुछ और ही थी। डॉक्टर्स ने जब उसका टेस्ट कराया गया तो ओवरी में जर्म सेल कैंसर की बात सामने आई।
डॉक्टर हैरान रह गए क्योंकि ये कैंसर इस उम्र की लड़कियों में बमुश्किल ही होता है। इसके बाद ट्रीटमेंट के लिए उसका छह महीने का पूरा शेड्यूल बदला गया और उसे ट्रीटमेंट तक होमस्कूल में आगे की पढ़ाई करने के लिए कहा गया।
इसके साथ ही चेरिश की कीमोथैरेपी का सिलसिला शुरू हुआ और दो हफ्तों बाद जब ट्यूमर का साइज घट गया तो ट्यूमर को निकाल दिया गया। हालांकि, इसके अभी कीमोथैरेपी का सिलसिला जारी रहेगा, लेकिन उसे अपने पूरे बाल गंवा देने पड़े।

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