अमिताभ बच्चन ने शिल्पा राव के पहले गीत की तारीफ की, KBC बना संगीत और संवेदनशीलता का संगम
शिल्पा राव और सुखविंदर सिंह ने KBC के विशेष एपिसोड में संगीत का जादू बिखेरा। अमिताभ बच्चन ने शिल्पा के पहले गीत की तारीफ की। जीत की राशि आवारा कुत्तों के लिए दान की गई। जानें खास एपिसोड की कहानी।

मुंबई। प्रसिद्ध प्लेबैक सिंगर शिल्पा राव और सुखविंदर सिंह हाल ही में “कौन बनेगा करोड़पति” के एक विशेष एपिसोड में दिखाई दिए। इस एपिसोड में शिल्पा ने अपनी लोकप्रिय फिल्म “जवान” के चार्टबस्टर गीत “चलेया” की प्रस्तुति दी और पूरी स्टूडियो को मंत्रमुग्ध कर दिया।
एपिसोड में दोनों गायकों ने अपने संगीत सफर की कहानियाँ साझा कीं। शिल्पा ने बताया कि उनका संगीत सफर केवल पांच साल की उम्र में उनके पिता श्रृंगारप्पा वेंकट राव के मार्गदर्शन में शुरू हुआ। उनके पिता ने याद किया कि जब शिल्पा ने दशहरा के मंच पर गाया, तो उन्होंने 30 मिनट तक बिना रुके गाना जारी रखा। इस अनुभव ने पिता को एहसास कराया कि संगीत उनके भीतर सहज रूप से बसा हुआ है।
इस एपिसोड में शिल्पा के माता-पिता, श्रृंगारप्पा वेंकट राव और राजनाला श्यामला, दर्शक दीर्घा में मौजूद रहे और अपनी बेटी का गौरवपूर्ण क्षण देखा। शो में शिल्पा ने अपने करियर में मार्गदर्शन देने के लिए सुखविंदर सिंह को विशेष रूप से याद किया। उन्होंने बताया कि मुंबई में करियर की शुरुआत के दौरान सुखविंदर सिंह ने उनकी कला को पहचानकर उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।
एपिसोड में एक खास पहल यह रही कि शिल्पा राव और सुखविंदर सिंह ने अपनी जीत की राशि नेबरहुड वूफ़ नामक एनजीओ को दान करने की घोषणा की। यह संस्था आवारा कुत्तों की सुरक्षा, देखभाल और कल्याण के लिए काम करती है। इस कदम ने उनके सामाजिक संवेदनशीलता और पशु कल्याण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाया।
महानायक अमिताभ बच्चन ने इस एपिसोड के दौरान शिल्पा के पहले गीत “तोसे नैना” की सराहना की। उन्होंने स्वीकार किया कि इस गीत ने शिल्पा की आवाज़ को देश भर में लोकप्रिय बनाया। शिल्पा ने बताया कि उस समय रेडियो ने उनकी पहचान बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अनवर फिल्म का यह गीत लगभग सभी रेडियो स्टेशनों पर प्रसारित होता था।
शो में दोनों गायकों ने अपने निजी अनुभव, संगीत की चुनौतियाँ और सफलता की कहानी साझा की। शिल्पा ने दर्शकों को यह संदेश भी दिया कि हमेशा ऐसी ज़िंदगी का पीछा करें जो आपको सम्मान और खुशी दे। उन्होंने कहा, “चाहे आप पेशेवर गायक बनें या नहीं, अपनी ज़िंदगी को सुंदर बनाएं। इससे आपको आत्मसम्मान और खुशी मिलती है।”
इस विशेष KBC एपिसोड में लाइव परफॉर्मेंस, निजी कहानियाँ, माता-पिता की मौजूदगी और समाज के लिए उदार दान ने इसे संगीत, परिवार और करुणा का एक यादगार उत्सव बना दिया। शिल्पा राव के करियर में यह पल हमेशा के लिए एक खास याद के रूप में दर्ज रहेगा।
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