तमिलनाडु में रेबीज से 4 साल के बच्चे की मौत, एक चिंताजनक घटना

तमिलनाडु में रेबीज से 4 साल के बच्चे की मौत, एक चिंताजनक घटना
X

हाल ही में तमिलनाडु से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। एक 4 साल के मासूम बच्चे की कुत्ते के काटने के कारण रेबीज के संक्रमण से मौत हो गई। यह घटना न केवल बच्चे के परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है बल्कि पूरे समाज के लिए एक गंभीर चिंता का विषय भी है।


रेबीज के बारे में:


1.घातक बीमारी: रेबीज एक गंभीर और अक्सर घातक संक्रामक बीमारी है जो मुख्य रूप से संक्रमित जानवरों के काटने से फैलती है।


2.लक्षण: रेबीज के लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, बेचैनी, डर, पानी देखकर डर लगना, निगलने में कठिनाई और पक्षाघात शामिल हैं।


3.उपचार: रेबीज एक बार विकसित होने पर इलाज के लिए बहुत मुश्किल होती है। हालांकि, काटे जाने के तुरंत बाद टीका लगवाने से इसे रोका जा सकता है।


तमिलनाडु में स्थिति:


●बढ़ते मामले: तमिलनाडु में रेबीज के मामले बढ़ रहे हैं।


●जागरूकता की कमी: लोगों में रेबीज के प्रति जागरूकता की कमी एक बड़ी समस्या है।


●टीकाकरण में कमी: कई लोग कुत्ते के काटने के बाद समय पर टीका नहीं लगवाते हैं।


इस घटना से सीख:


¤जागरूकता फैलाना: लोगों को रेबीज के खतरों के बारे में जागरूक करना बहुत जरूरी है।


¤टीकाकरण: कुत्ते के काटने के बाद तुरंत टीका लगवाना चाहिए।


¤पशुओं का टीकाकरण: पालतू जानवरों का नियमित रूप से टीकाकरण करवाना चाहिए।


¤आवारा कुत्तों का नियंत्रण: आवारा कुत्तों की संख्या को नियंत्रित करने के उपाय किए जाने चाहिए।


सरकार और समाज की भूमिका:


▪︎सरकार: सरकार को रेबीज के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने चाहिए और टीकाकरण सुविधाओं को बढ़ावा देना चाहिए।


▪︎समाज: समाज के लोगों को भी इस मुद्दे पर आगे आना चाहिए और अपने आसपास के लोगों को जागरूक करना चाहिए।


रेबीज एक गंभीर बीमारी है जिससे बचा जा सकता है। इस घटना से हमें यह सीख मिलती है कि हमें रेबीज के प्रति सतर्क रहना चाहिए और समय पर आवश्यक कदम उठाने चाहिए।


अन्य महत्वपूर्ण बिंदु:


○स्वच्छता: स्वच्छता का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है।


○पशुओं का रखरखाव: पशुओं का सही तरीके से रखरखाव करना चाहिए।


○अस्पतालों में सुविधाएं: अस्पतालों में रेबीज के इलाज के लिए पर्याप्त सुविधाएं होनी चाहिए।


अस्वीकरण: publickhabar.com पर प्रकाशित सभी स्वास्थ्य संबंधी लेखों को तैयार करते समय सावधानी बरती गई है। ये लेख केवल पाठकों की जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के लिए लिखे गए हैं। publickhabar.com लेख में प्रदत्त जानकारी और सूचना के लिए किसी भी तरह का दावा या जिम्मेदारी नहीं लेता है।


उपरोक्त लेख में उल्लिखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।



Next Story
Share it