ISIS का संदिग्ध आतंकी अब्दुल्ला बासित 11 दिन की NIA रिमांड पर

रविवार को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया आइएसआइएस का संदिग्ध आतंकी अब्दुल्ला बासित, 11 दिन की भारतीय जांच एजेंसी (एनआइए) की रिमांड पर रहेगा। दिल्ली स्थित एनआइए कोर्ट ने सोमवार को अब्दुल्ला और उसके साथी की 11 दिन की रिमांड मंजूर कर दी है। इस दौरा जांच एजेंसी अब्दुल्ला व उसके साथी से पूछताछ कर भारत के खिलाफ आइएसआइएस द्वारा रची गई साजिशों के बारे में पूछताछ करेगी।
एनआइए ने रविवार को आइएसआइ के हैंडलर 24 वर्षीय मोहम्मद अब्दुल्ला बासित और 19 वर्षीय अब्दुल कदीर को गिरफ्तार किया था। अब्दुल्ला, कंप्यूटर डिप्लोमा होल्डर है। दोनों हैदराबाद के ही रहने वाले हैं। एनआइए ने इनके पास से बरामद संदिग्ध वस्तुओं को फॉरेंसिक जांच के लिए सीएफएसएल भेज दिया है। एनआइए अधिकारियों के अनुसार बासित के पास से बम बनाने का भी संदिग्ध सामान बरामद किया गया था। आरोपी बम बनाकर देश में बड़ी आतंकी वारदातों को अंजाम देने की फिराक में था। जांच एजेंसी का मानना है कि दोनों भारत में आतंकी वारदातों के लिए आइएसआइएस संगठन के अहम सदस्य हैं।
सूत्रों के अनुसार बारिसत वर्ष 2016 में आइएसआइएस के गढ़ जाने की तैयारी में था। हालांकि किन्हीं वजहों से वह जा नहीं सका। जांच एजेंसी के अनुसार अब्दुल्ला बासित वर्ष 2016 में गिरफ्तार अदनान हसन के लगातार संपर्क में था। ये दोनों मिलकर आइएसआइएस के इशारे पर भारत में आतंकी वारदात करने की फिराक में थे। एनआइए ने अदनान हसन को वर्ष 2016 में उस वक्त गिरफ्तार किया था जब वह भारतीय मुस्लिम युवाओं को संगठन में भर्ती करने के लिए बरगला रहा था और ऐसे युवाओं को प्रशिक्षण दे रहा था। अदनान के खिलाफ अब भी कोर्ट में मामला चल रहा है।
खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर एनआइए छह अगस्त से हैदराबाद में अब्दुल्ला की तलाश में जुटी थी। उसकी तलाश में एनआइए ने हैदराबाद में सात जगह छापेमारी भी की। इसके बाद अब्दुल्ला और उसके साथी को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली। मालूम हो कि खुफिया एजेंसियों ने इस बार स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली में आतंकी फिदायीन हमलों का अलर्ट जारी किया है। खुफिया एजेंसियों की ये सूचना इसलिए भी पुख्ता मानी जा रही है क्योंकि इस अलर्ट के बाद ही सुरक्षा एजेंसियां लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के तीन आतंकियों को गिरफ्तार कर चुकी है। तीनों दिल्ली को दहलाने के लिए यहां आ रहे थे। अब दो आइएसआइएस आतंकियों की गिरफ्तारी ने खुफिया एजेंसियों के अलर्ट को और पुख्ता कर दिया है। इससे सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ी हुई है।