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हर सुबह बिना स्नान किये ही महिला-पुरुष को करना चाहिए यह एक काम, देखते ही देखते चमक जाएगी किस्मत
- In जीवन-धर्म 24 Jan 2018 11:58 AM IST
ऐसा माना जाता है कि जिन लोगों...Editor
ऐसा माना जाता है कि जिन लोगों की कुंडली में ग्रह दोष होते हैं, उन्हें देवी-देवताओं का भी आशीर्वाद नहीं मिलता है। ऐसे लोगों के किसी भी शुभ काम का फल उन्हें नहीं मिलता है। इसके लिए सबसे ज्यादा जरुरी हो जाता है अपनि कुंडली के ग्रह दोष को पहले ठीक करना। ऐसा ना करने पर व्यक्ति के जीवन में तरह-तरह की परेशानियाँ रहती हैं और उसे हर काम में असफलता भी मिलती है। इसके साथ ही घर-परिवार में हर समय अशांति का माहौल बना रहता है।
कुंडली के दोष और दुर्भाग्य से छुटाकारा पानें के लिए कई तरह के उपाय बताये गए हैं। अगर कुंडली दोष से पीड़ित व्यक्ति इन उपायों को अपनाता है तो उसका जीवन पहले की तरह हो जाता है। आमतौर पर धरना यह है कि देवी-देवताओं की पूजा-पाठ और ध्यान नहाने के बाद ही करना चाहिए। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे शुभ कार्य के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे नहाने से पहले ही करना चाहिए। इससे व्यक्ति के जीवन में कुछ ही समय में खुशियाँ आने लगती हैं।
समस्याएं हर किसी के जीवन का हिस्सा होती हैं। किसी के जीवन में कम समस्याएं होती हैं तो किसी के जीवन में बहुत ज्यादा समस्याएं होती हैं। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि समस्याएं किसके जीवन में हैं। स्त्री हो या पुरुष किसी भी समस्या से दोनों के जीवन पर प्रभाव पड़ता है। इसलिए शास्त्रों के अनुसार सुबह जागते ही स्त्री या पुरुष दोनों को इस मंत्र का जाप करना चाहिए।
मंत्र:
ब्रह्मा मुरारिस्त्रिपुरान्तकारी भानुः शशी भूमिसुतो बुधश्च।
गुरुश्च शुक्रः शनि राहुकेतवः कुर्वन्तु सर्वे ममसुप्रभातम्॥
अर्थ और प्रभाव:
ऐसा माना जाता है कि इस मंत्र का जाप करने से सभी देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और नौ ग्रहों की कृपा प्राप्त होती है। इस मंत्र का शाब्दिक अर्थ है,ब्रह्मा, विष्णु, शिव, सूर्य, चन्द्र मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु और केतु सभी मेरे सुबह को मंगल बनायें।
जो भी व्यक्ति इस मंत्र का जाप सुबह जागते ही करते हैं, उन्हें जीवन के दुर्भाग्य से मुक्ति मिल जाती है।
हमारे हाथ में ही तीन देवी-देवताओं का निवास होता है। इसलिए सुबह-सुबह हमें मंदिर जानें की भी आवश्यकता नहीं होती है। हथेली के अगले भाग में लक्ष्मी, मध्य भाग में सरस्वती और हथेली के मूल में भगवान विष्णु का वास होता है। इसलिए सुबह जागने के बाद सबसे पहले अपनी हथेली को देखने और इस मंत्र का जाप करें।
मंत्र:
कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती।
करमूले तू गोविंद: प्रभाते करदर्शनम्॥
हिन्दू धर्म शास्त्रों के अनुसार हर पुरुष और महिला को ब्रह्म मुहूर्त यानी सूर्योदय से पहले ही जग जाना चाहिए। जो लोग सुबह देर तक सोते हैं, उनकी बुद्धि कम होती है और उनके जीवन में दुर्भाग्य बढ़ता है। इसलिए भूलकर भी सुबह ज्यादा देर तक नहीं सोना चाहिए।