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सिंह राशि में मंगल-केतु की युति से बढ़ेगा तनाव, इन राशियों को रखना होगा विशेष ध्यान

सिंह राशि में मंगल-केतु की युति से बढ़ेगा तनाव, इन राशियों को रखना होगा विशेष ध्यान
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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जुलाई 2025 में ग्रहों की स्थिति विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। इस महीने मंगल और केतु का संयोग सिंह राशि में बन रहा है, जो कुछ राशियों के लिए गंभीर चेतावनी लेकर आया है। यह युति 30 जून से शुरू होकर 28 जुलाई 2025 तक प्रभावी रहेगी और इस दौरान तीन राशियों — मेष, सिंह और कन्या — को विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।

ग्रहों की युति का प्रभाव और खतरे

मंगल और केतु का संयोग एक तीव्र और उग्र ऊर्जा का निर्माण करता है। सिंह राशि में यह युति आत्मसम्मान, अहं और आवेग को बढ़ा सकती है। मेष, सिंह और कन्या राशि के जातकों को इस समय अपने व्यवहार और निर्णयों पर नियंत्रण रखने की सख्त जरूरत है। यह ग्रह स्थिति जीवन में असंतुलन, स्वास्थ्य समस्याएं, पारिवारिक कलह और निवेश में नुकसान जैसी स्थितियाँ उत्पन्न कर सकती है।

मेष राशि वालों को क्रोध और निर्णय में सावधानी जरूरी

मेष राशि के जातकों पर इस युति का सीधा प्रभाव देखने को मिल सकता है। यह समय अत्यधिक क्रोध, झुंझलाहट और जल्दबाजी में लिए गए गलत निर्णयों का कारण बन सकता है। कार्यक्षेत्र में मनमुटाव, परिवार में बहस और स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियाँ उभर सकती हैं। खासकर सिरदर्द, रक्तचाप और नींद की समस्याएं इस दौरान परेशान कर सकती हैं।

सिंह राशि के लिए मानसिक दबाव और पारिवारिक तनाव

सिंह राशि में ही मंगल-केतु की युति हो रही है, इसलिए इस राशि के जातकों को मानसिक दबाव, आत्मविश्वास में कमी और पारिवारिक संबंधों में खटास का सामना करना पड़ सकता है। अहंकार की भावना बढ़ सकती है, जिससे संबंधों में तनाव आ सकता है। घर के बड़े-बुजुर्गों से अनबन या भावनात्मक दूरी की आशंका भी बनी रह सकती है।

कन्या राशि के लिए निवेश में हानि और स्वास्थ्य की चिंता

कन्या राशि के जातकों को वित्तीय मामलों में अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए। किसी भी बड़े निवेश से पहले विचार-विमर्श जरूरी है क्योंकि इस समय धोखा या घाटे की संभावना अधिक है। स्वास्थ्य के लिहाज से पेट से जुड़ी समस्याएं, पाचन विकार या अनिद्रा परेशान कर सकती है। मानसिक शांति बनाए रखने के लिए ध्यान, प्रार्थना और संयम अपनाना बेहतर रहेगा।

उपाय और बचाव के तरीके

1. हनुमान जी की उपासना करें और "ॐ हं हनुमते नमः" मंत्र का जाप करें।

2. मंगलवार और शनिवार को मंदिर जाकर मंगल और केतु से संबंधित उपाय करें।

3. लाल रंग से बचें और अधिक तीखा भोजन न करें।

4. ध्यान और प्राणायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।

ग्रहों की युति हमेशा जीवन को किसी न किसी दिशा में प्रभावित करती है। सिंह राशि में हो रही मंगल और केतु की यह युति विशेष रूप से मेष, सिंह और कन्या राशि वालों के लिए सावधानी का संकेत है। यह समय संयम, संतुलन और धैर्य की परीक्षा का है। जो लोग आत्मनियंत्रण रखेंगे और सकारात्मक उपायों को अपनाएंगे, वे इस चुनौतीपूर्ण समय को भी सफलता में बदल सकते हैं।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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