मंगलवार को करें बजरंगबली की उपासना, दूर होंगे सभी कष्ट और मिलेंगे चमत्कारी फल

मंगलवार को करें बजरंगबली की उपासना, दूर होंगे सभी कष्ट और मिलेंगे चमत्कारी फल
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हिंदू धर्म में मंगलवार का दिन भगवान हनुमान जी को समर्पित माना गया है। यह दिन विशेष रूप से उन श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत फलदायी होता है जो जीवन के संघर्षों, कर्ज, मानसिक तनाव, शत्रु भय या ग्रहदोष जैसी समस्याओं से जूझ रहे होते हैं। संकटमोचन हनुमान जी की आराधना करने से मनुष्य के सभी दुःख, संकट, भय और विघ्न दूर होते हैं। मंगलवार को श्रद्धापूर्वक व्रत रखना और बजरंगबली का नाम जपना आत्मबल और आत्मविश्वास को भी मजबूत करता है।

कैसे करें मंगलवार को हनुमान जी की पूजा

मंगलवार की सुबह स्नान करके साफ वस्त्र पहनें और हनुमान मंदिर जाकर उनके समक्ष दीप जलाएं। पूजा में सिंदूर, चमेली का तेल, गुड़ और चने का भोग अर्पित करें। हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें और "ॐ हं हनुमते नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें। यदि घर पर पूजा कर रहे हैं तो हनुमान जी की प्रतिमा या चित्र के सामने आसन लगाकर ध्यानपूर्वक व्रत कथा सुने।

व्रत का महत्व और लाभ

मंगलवार को व्रत रखने से शनि, मंगल और राहु-केतु जैसे ग्रहों की प्रतिकूलता कम होती है। यह व्रत विशेष रूप से उन लोगों के लिए प्रभावकारी है जिन्हें नौकरी, कोर्ट-कचहरी, विवाह में बाधा, कर्ज मुक्ति या जीवन में बार-बार असफलता का सामना करना पड़ रहा है। हनुमान जी के प्रति सच्ची श्रद्धा से किया गया व्रत जीवन में चमत्कारी परिणाम देता है।

हनुमान जी के भक्तों के लिए मंगलमय दिन

बजरंगबली को भक्ति और सेवा सबसे प्रिय है। ऐसा माना जाता है कि जो भक्त मंगलवार को सच्चे मन से हनुमान जी की आराधना करता है, उसके सभी कार्य सिद्ध होते हैं और उस पर कभी कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता। हनुमान जी न केवल बल और बुद्धि के प्रतीक हैं बल्कि भक्तों के जीवन में स्थिरता और सुरक्षा भी प्रदान करते हैं।

मंगलवार का दिन केवल सप्ताह का एक और दिन नहीं, बल्कि हनुमान भक्तों के लिए आशा और विश्वास का प्रतीक है। इस दिन की गई पूजा और व्रत साधना न केवल वर्तमान जीवन की परेशानियों को दूर करती है, बल्कि भविष्य को भी उज्ज्वल बनाती है। इसलिए हर मंगलवार संकटमोचन की शरण में जाकर अपने जीवन को सुख, शांति और सफलता से भरें।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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