ज्येष्ठ के चौथे बड़े मंगलवार पर हनुमान भक्ति और मंगल दोष से मुक्ति के अचूक उपाय

आज का दिन हिन्दू पंचांग के अनुसार अत्यंत विशेष और पुण्यदायी है। ज्येष्ठ मास का चौथा और अंतिम बड़ा मंगलवार आज मनाया जा रहा है, जिसे धर्म और श्रद्धा से परिपूर्ण मान्यता प्राप्त है। उत्तर भारत, विशेषकर उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में "बड़ा मंगल" का विशेष महत्व है। इस दिन भक्तजन श्री हनुमान जी की पूजा-अर्चना, भंडारा और विशेष व्रत रखकर उनके आशीर्वाद की कामना करते हैं।
बड़ा मंगलवार केवल भक्ति का पर्व नहीं है, बल्कि ज्योतिष दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। खासतौर पर जिन जातकों की कुंडली में मंगल दोष है, उनके लिए यह दिन अत्यधिक फलदायी साबित हो सकता है। मंगल दोष को शांत करने के लिए इस दिन किए गए विशेष उपाय शीघ्र फलदायक होते हैं।
मंगल दोष: कारण, प्रभाव और निवारण
मंगल दोष तब उत्पन्न होता है जब जन्म कुंडली में मंगल ग्रह प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम या द्वादश भाव में स्थित होता है। इसका असर वैवाहिक जीवन, स्वास्थ्य, क्रोध, आर्थिक स्थिति और संबंधों पर देखा जा सकता है। विवाह में विलंब, वैवाहिक कलह, दुर्घटनाएं या रक्त संबंधी समस्याएं इसके प्रमुख लक्षण माने जाते हैं।
ऐसे में ज्येष्ठ मास के बड़े मंगलवार पर हनुमान जी की पूजा करना और विशिष्ट उपाय अपनाना मंगल दोष से मुक्ति पाने का प्रभावशाली माध्यम बन सकता है। हनुमान जी को मंगल ग्रह का अधिपति और उग्र प्रभाव को शांति देने वाले देवता के रूप में पूजा जाता है।
आज के दिन अपनाएं ये उपाय और पाएं मंगल दोष से छुटकारा
हनुमान चालीसा और बजरंग बाण का पाठ करें – मंगलवार को प्रातः स्नान करके साफ लाल वस्त्र पहनें और हनुमान जी को सिंदूर, चमेली का तेल, लाल पुष्प और लड्डू का भोग अर्पित करें। फिर श्रद्धा पूर्वक हनुमान चालीसा व बजरंग बाण का 7, 11 या 21 बार पाठ करें।
1. मंगलवार का व्रत रखें – दिनभर उपवास रखकर शाम को हनुमान जी को गुड़-चना और लाल वस्त्र चढ़ाएं। इससे मंगल दोष के प्रभाव कम होते हैं।
2. मंगल बीज मंत्र का जाप – "ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः" इस मंत्र का जाप आज के दिन 108 बार करने से मंगल ग्रह शांत होता है।
3. भक्तिभाव से भंडारा करें या गरीबों को भोजन कराएं – आज के दिन किसी मंदिर या मार्ग पर प्यासों को जल पिलाएं, भंडारे में भाग लें या जरूरतमंदों को भोजन करवाएं। इससे पुण्य प्राप्त होता है और जीवन की रुकावटें दूर होती हैं।
बड़ा मंगल: भक्ति और ब्रह्मांडीय ऊर्जा का अद्भुत संगम
बड़ा मंगल केवल एक पर्व नहीं, बल्कि आत्मशुद्धि, ग्रह दोष निवारण और समाजसेवा का अवसर है। हनुमान जी के चरणों में श्रद्धा से अर्पित की गई हर आहुति, हर भक्ति का फल निश्चित रूप से मिलता है। मंगल ग्रह की कठोर ऊर्जा को जब हनुमान जी की कृपा से संतुलन मिलता है, तो व्यक्ति के जीवन में स्थिरता, साहस और सफलता का संचार होता है।
इसलिए आज का दिन केवल हनुमान जी की पूजा तक सीमित न रखते हुए अपने भीतर की नकारात्मकताओं को छोड़कर, सकारात्मक ऊर्जा के साथ जीवन को नया रूप दें।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।