उत्तराखंड विस के पूर्व अध्यक्ष का खुलासा- '100 करोड़ लो या सीएम बन जाओ, भाजपा ने मुझे की थी पेशकश'

उत्तराखंड विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने बृहस्पतिवार को सनसनीखेज खुलासा किया। उन्होंने कहा कि 2016 के सियासी संग्राम के दौरान हरीश रावत सरकार को गिराने के लिए उन्हें 100 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी।
इसे ठुकरा दिया गया, तो नई पेशकश सीएम पद से जुड़ी की गई। कहा गया कि वह नौ विधायकों की सदस्यता खत्म न करें। हरीश रावत सरकार गिर जाएगी, तो फिर उन्हें सीएम बना दिया जाएगा। मगर ये पेशकश भी उन्होंने स्वीकार नहीं की।
2016 के सियासी संग्राम में विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोप बडे़ स्तर पर गूंजे थे। कांग्रेस के पूर्व विधायक गणेश गोदियाल और राजेंद्र भंडारी ने तो बाकायदा प्रेस कांफ्रेंस करके ये खुलासा किया था कि उन्हें कांग्रेस छोड़ने की एवज में पांच-पांच करोड़ रुपये की पेशकश की गई। कांग्रेस के उस समय के एक विधायक ने बाद में बताया था कि उन्हें दस करोड़ रुपये तक देने की बात हुई थी।
अब तक की सबसे बड़ी पेशकश का खुलासा करके सबको चौंकाया
गोविंद कुंजवाल
गोविंद कुंजवाल - फोटो : file photo
बृहस्पतिवार को हल्द्वानी में कार्यकर्ताओं के बीच एक कार्यक्रम में विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने खरीद फरोख्त की अब तक की सबसे बड़ी पेशकश का खुलासा करके सबको चौंका दिया। अमर उजाला से बातचीत में भी कुंजवाल ने अपने उन शब्दों को दोहराया, जो उन्होंने कार्यकर्ताओं के बीच कहे। कुंजवाल ने कहा कि उन्होंने हमेशा ईमानदारी से राजनीति की है और प्रलोभनों को हर बार खारिज किया।
सुलगते सवाल, कुंजवाल के जवाब
01-पेशकश करने वाले लोग कौन थे? इस सवाल का जवाब कुंजवाल सिर्फ इतना भर देते हैं-जो लोग भाजपा की सरकार बनाना चाहते थे, उन्होंने ही मुझे ये पेशकश की थी। पहली पेशकश रुपयों की थी, मुझसे कहा गया कि 100 करोड़ ले लो। मैंने इसे ठुकराया, तो फिर कहा गया कि नौ विधायकों की सदस्यता बचा लो, आपको सीएम बनवा दिया जाएगा। इसे भी मैंने खारिज कर दिया था।
02- इस पूरे मामले में सवाल कुंजवाल की मंशा पर भी खडे़ हो रहे हैं कि उन्होंने इतने दिनों तक ये बात क्यों छिपाए रखी। उस समय यदि इस रहस्य का खुलासा होता तो कांग्रेस की लड़ाई को और ताकत मिलती। इस पर कुंजवाल के अपने तर्क हैं। बकौल कुंजवाल- उस वक्त इस खुलासे से लड़ाई उलझती। मैंने इस बात पर ही फोकस किया कि लड़ाई को सूझबूझ से आगे बढ़ाया जाए। इसी वजह से हमारी जीत हुई।
अटल जी निधन से हम शोक संतप्त हैं। इस बारे में अभी कोई प्रतिक्रिया देने की स्थिति में नहीं हैं। जरूरत पड़ेगी तो बाद में प्रेस कांफ्रेंस करेंगे। फिलहाल इस बारे में अभी कुछ नहीं कहना है।
- अजय भट्ट, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा