उत्तराखंड: बारिश में हाईवे बहने से रुकी बदरीनाथ यात्रा, 48 घंटे भारी बारिश का अलर्ट
- In उत्तराखंड 2 Sept 2018 12:56 PM IST
शनिवार को आठ घंटे अवरुद्ध रहने के बाद खुला बदरीनाथ हाईवे फिर बंद हो गया है। शनिवार देर रात को हुई बारिश के कारण हाईवे पर इस कदर मलबा आया कि हाईवे 20 मीटर तक बह गया। इसके बाद यात्रा को रोक दिया गया। हालांकि हेमकुंड साहिब यात्रा सुचारू है।
बता दें कि, शनिवार सुबह पांच बजे लामबगड़ में भूस्खलन से हाईवे अवरुद्ध हो गया था, जिस पर सुबह करीब दस बजे आवाजाही शुरू हो पाई। करीब दो घंटे तक वाहनों की आवाजाही होने के बाद यह दोबारा दोपहर 12 बजे मलबा और बोल्डर गिरने से बंद हो गया, जो अपराह्न तीन बजे सुचारु हो पाया। हाईवे बंद होने से करीब 80 तीर्थयात्रियों को तीन किमी पैदल चलकर बदरीनाथ धाम पहुंचना पड़ा, जबकि हाईवे खुलने के बाद 455 यात्री अपने वाहनों से धाम के लिए रवाना हुए। 823 तीर्थयात्री दर्शन कर अपने गंतव्य लौट गए।
लामबगड़ में बार-बार हाईवे के बाधित होने से बदरीनाथ की यात्रा पर जा रहे तीर्थयात्रियों के साथ ही हनुमानचट्टी, माणा और समीपवर्ती गांवों के ग्रामीणों को भी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, चमोली बाजार से करीब डेढ़ किमी दूर क्षेत्रपाल भूस्खलन जोन भी वाहनों की आवाजाही में बार-बार खलल पैदा कर रहा है। यहां पहाड़ी से मलबा गिर रहा है, जिससे हाईवे दलदल में तब्दील हो रहा है। मेकाफेरी कंपनी के वरिष्ठ सुपरवाइजर अनूप कंवाण का कहना है कि लामबगड़ में दो जेसीबी और करीब 20 मजदूर तैनात किए गए हैं, जो चट्टान से मलबा और बोल्डर आने पर उन्हें हटाने में लगे हुए हैं।
प्रदेश में 48 घंटे के दौरान भारी बारिश की चेतावनी
प्रदेश में अगले 48 घंटों के दौरान भारी बारिश हो सकती है। विशेषकर आठ जिलों में बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसको लेकर मौसम विभाग ने विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है। विशेषकर निचले मैदानी क्षेत्रों में बारिश से नुकसान हो सकता है।
मौसम विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, अगले 48 घंटों के दौरान प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में भारी बारिश का अनुमान है। इस अवधि में नैनीताल, चंपावत, ऊधमसिंह नगर, चमोली, रुद्रप्रयाग, हरिद्वार, पौड़ी और देहरादून में बहुत भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने निचले मैदानी क्षेत्रों में अगले 48 घंटों के दौरान भारी बारिश को देखते हुए अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
मौसम केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि तीन सितंबर तक भारी बारिश का सिस्टम बना हुआ है। चार सितंबर को बारिश कम हो सकती है। इसके बाद लोगों को बारिश से कुछ राहत मिल सकती है। उन्होंने कहा कि फिलहाल अगले 48 घंटे सावधानी बरतनी जरूरी है।